मुंबई के हॉस्पिटल के डॉ. अभय जैन का कहना है कि मोटापा बढ़ने के पीछे ज्यादार टेंशन, स्ट्रैश और ज्यादा मीठा खाना एवं ओवरईटिंग है। कुछ लोगो को पता ही नहीं होता की वो साइकोलॉजिकल या मेडिकल प्रॉब्लम के कारण ओवरईटिंग करते हैं। या इन प्रॉब्लम क कारण हॉर्मोनल चेंजेस आ जाते हैं और वेट बढ़ने लगता है। विदेशो में मोटापे क लिए साइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट ज्यादा अहम् है।
वजन बढ़ने के 7 प्रमुख कारण ?
- मेडिसिन्स – एलर्जी, डिप्रेशन, स्ट्रेस, डायबिटीज, या हॉर्मोनल प्रॉब्लम दूर करने की कुछ दवाएं वजन बढ़ा सकती हैं।
- लाइफस्टाइल- देर तक सोना, एक्सरसाइज न करना, जंक फूड खाना, शराब-सिगरेट पीना। इनसे मोटापा बढ़ सकता है।
- डिप्रेशन- डिप्रेशन होने पर कई लोग ज्यादा मीठा खाते हैं या फिर ओवरईटिंग करते हैं। इससे वजन बढ़ सकता है।
- थाइरॉयड प्रॉब्लम – थाइरॉयड ग्लैंड के कम एक्टिव होने से हायपोथाइरॉयडिज्म हो सकता है। इससे वजन बढ़ सकता है।
- बैक्टीरिया – पेट में गुड बैक्टीरिया कम होने पर डाइजेशन अच्छे से नहीं हो पाता। इससे फैट जमा होने लगता है।
- स्ट्रेस और टेंशन- इससे बॉडी में कार्टिसोल नामक हॉर्मोन ज्यादा रिलीज होता है। इससे मोटापा बढ़ सकता है।
- नींद पूरी न होना- नींद की कमी से बॉडी में भूख ज्यादा लगाने वाले हॉर्मोन रिलीज होते हैं। इससे वजन बढ़ सकता है।
- जेनेटिक्स – परिवार में माता-पिता या भाई-बहनों को मोटापे की प्रॉब्लम होने पर मोटापा होने के चांस बढ़ जाते हैं।
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