थाइरोइड ग्रंथि के असंतुलित होने पर शरीर के अंदर के पार्ट्स की क्रिया बांधित हो जाती है। और इसी के साथ चर्बी बढ़ने लग जाती है। इसी के साथ साथ वो उनके स्थान को घेर लेती है। ऐसा होने पर वह भोजन से पौष्टिक तत्व लेने और श्रम एवं संचरण करने की शक्ति को कम कर देती है।जब शरीर में चर्बी इक्कठी हो जाती है। तो इसके कारण से शरीर के अंदर के तंतुओ की मलिनता रक्त में बाहर नहीं निकल पाती। इसी की वजह से मोटे व्यक्ति का जीवन काल काम हो जाता है।
जब थाइरोइड ग्रंथि, हार्मोन का निर्माण काम करने लगती है। जिससे कोशिकाओं का विभाजन तेज हो जाता है। ऐसे में मोटे होने के सेल्स की संख्या बढ़ जाती है। और यही वजह होती है जिसके कारण मोटापा बढ़ने लगता है।
कैसे करे थाइरोइड की प्राकृतिक चिकित्सा?
अगर आपको थाइरोइड रोग है तो गले में अग्रभाग, कंठ के नीचे गले पर सूती पट्टी पानी में भिगो कर एवं निचोड़ कर लपेट दे। और उसके ऊपर ऊनि पट्टी भी लपेट दे। इस पट्टी को पंद्रह से तीस मिनट तक रखे। इससे आपको काफी आराम पड़ेगा। थाइरोइड में गेहू के जवारों का रस बहुत फायदेमंद होता है। थाइरोइड में प्राणायाम करने से भी काफी लाभ होता है। उज्जायी प्राणायाम थाइरोइड में बहुत ही फायदेमंद साबित हुआ है। इस प्राणायाम की मदद से थाइरोइड ग्रंथि वापस सक्रिय होकर दोष रहित होने लगती है।
अचूक आयुर्वेदिक नुस्खे
- सौंठ या अदरक पीसकर गले व् गर्दन पर लेप लगाने से भी काफी फायदा होता है।
- प्रतिदिन सुबह शाम शहद या गुनगुने पानी से त्रिकूट चूर्ण, बहेड़ा चूर्ण और प्रवाल पिष्टी चूर्ण को मिलाकर लेने से थाइरोइड रोग के लिए काफी गुणकारी होता है।
- हसुन, प्याज, गाजर, मशरूम, सिंघाड़ा व् अन्य समुद्री खाद्यों का प्रयाप्त मात्रा में सेवन करें। ये थाइरोइड ग्रंथि को सक्रिय करते हैं जिससे शरीर की स्थूलता नष्ट होती है।
- अनन्नास का रस और अनन्नास खाने से थाइरोइड में बहुत लाभ होता है, इससे थाइरोइड में बढ़ा हुआ मोटापा कम होता है।
- थाइरोइड में धनिया बहुत फायदेमंद है, यह थाइरोइड को ठीक करता है, इसकी चटनी या सब्जी में डालकर नित्य खाएं।
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