अक्सर ऐसा देखा जाता है की सभी जोड़ो में लड़ाई बच्चों, पैसे और ससुराल जैसे मुद्दे पर होती है। लेकिन हाल ही में एक सर्वे में यह बात साबित हुई है कि ऐसे मुद्दों पर झगड़ने वाले जोड़ो की अपेक्षता खुशहाल जोड़ों के लिए दृष्टिकोण के बारे में बताया है।एक अध्ययन में ऐसा कहा गया है कि खुशहाल जोड़े विवाद की स्थिति में समाधान वाला दृष्टिकोण अपनाते है और उन विषयों पर भी लागू होता है, जिन पर वे चर्चा करते हैं।
एक सर्वे जनरल फैमिली प्रोसेस में प्रकाशित अध्ययन के लिए शोध कर्ताओ की टीम ने दो अलग अलग वर्ग बनाकर जोड़ो के मुद्दों पर गौर किया। उसमे ज्यादातर पढ़े लिखे और शिक्षित जोड़े थे और उन्होंने खुद को खुशहाल बताया।
इनमे से ऐसे 57 जोड़े थे जो कि मध्यम उम्र के थे। जिनकी शादी को करीबन नौ साल हो गए है। और 64 जोड़े ऐसे थे, जिनकी उम्र लगभग 70 वर्ष के आसपास थी और उनकी शादी को 42 साल हो चुके थे। जोड़ो को उनके सबसे गंभीर एवं छोटे मुद्दों को एक क्रम में बताने के लिए कहा तो इस प्रक्रिया में बुजुर्ग जोड़ो के बीच अंतरंगता, अवकाश, घरेलु, स्वास्थ्य, संचार और पैसा झगडे के लिए गंभीर एवं बड़े मुद्दे सामने आये। इन दोनों ही वर्गों के जोड़ो ने ईर्ष्या, धर्म एवं परिवार के मुद्दे को कम गंभीरता की श्रेणी का बताया।
वैवाहिक समस्याओ में सबसे ज्यादा थी घर के कामो का बटवारा और अवकाश का समय कैसे व्यतीत करे जैसी बाते शामिल रही।
Also Read:
काजल लगाते समय अपनाएं यह बेहतरीन टिप्स
क्या आप भी अपने मोटापे से परेशान है तो देखिये हॉरर फिल्म और घटाए कैलोरी
पूर्वजों को नहीं करना चाहते नाराज श्राद्ध में, तो भूलकर भी न करें ये 5 काम
25 देशो को पीछे छोड़ के भारत ने टूरिज्म में मारी बाजी
Like & Share: @roundbubble
8 comments
Comments are closed.