उत्तर भारत के मैदानी इलाको में 16 से 22 दिसम्बर तक सर्दी का प्रकोप बढ़ने की आशंका है। मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार पता लगा है कि कोहरा आने वाले दिनों में और भी घना हो सकता है। पहाड़ो का पारा शून्य से भी नीचे जा सकता है।
हाल ही में कहा जा रहा है कि उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाको में अब सर्दी का असर दिखाई दे रहा है। रिपोर्ट्स के हिसाब से कहा जा रहा है पहाड़ो पर 17 और 18 दिसम्बर से शीतलहर का शिकंजा और कसने की आशंका है। कहा जा रहा 19 दिसम्बर को पहाड़ियों का एक नया पश्चिमी विक्षोम आने वाला है। इसके उत्तर पश्चिमी हवाओं का प्रभाव कम हो जाएगा। उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों सर्दी से कुछ हद तक राहत मिलेगी।
जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में 19 दिसम्बर से कुछ स्थानों पर जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में 19 दिसम्बर से कुछ स्थानों पर बारिश और बर्फ़बारी की गतिविधियां शुरू हो जाएगी। 20 दिसम्बर को उत्तराखंड में भी मौसम करवट लेगा। साथ ही इसी दिन जम्मू-कश्मीर में और हिमाचल प्रदेश गतिविधियां बढ़ेंगी। बारिश और बर्फबारी पहाड़ों पर 21 दिसंबर तक बनी रह सकती है।
उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाको में 20 दिसम्बर के दिन से कोल्ड डे वाली स्थिति समाप्त हो जाएगी। मौसम विभाग की जानकारी के हिसाब से कहा जा रहा है कि पंजाब, हरियाणा और इससे सटे हुए उत्तर प्रदेश के तिहाई क्षेत्रों में 20 दिसम्बर को गरज के साथ में हल्की फुल्की बारिश होने की सम्भावना है।
कहा जा रहा है कि 22 दिसम्बर से फिर से मौसम बदलेगा और बारिश में कमी आनी शुरू हो जाएगी। उसके बाद में यह भी उम्मीद है कि पहाड़ो से लेकर मैदानी भागो तक का पारा फिर से गिरेगा और कोहरा बढ़ेगा।
छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश, विदर्भ और आसपास के मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों में 17 दिसम्बर से मौसम शुष्क रहेगा। कहा जा रहा है रात के तापमान में भारी गिरावट भी हो सकती है। मध्य भारत में 18 दिसम्बर से आसमान साफ़ रहेगा। ऐसे कई इलाके है जहा सुबह के समय धुंध और कोहरा देखा जा रहा है। दिन में धुप खिलेगी।
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