त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है मानो। दशहरा के साथ ही देश में त्योहारों की लहर सी आ जाती है। दिवाली का पर्व 7 नवम्बर को है। छोटी दिवाली का त्यौहार दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है। छोटी दिवाली 6 नवम्बर की है यानी की आज है। छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी और रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी यानी कि चौदहवें दिन आने वाले त्योहार को नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है।
छोटी दिवाली के दिन घर के द्वार पर दीपक जलाए जाते है। छोटी दिवाली के दिन यम देवता की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है की यम देवता की पूजा करके लोग अपने परिवार वालों के लिए नरक निर्वाण की कामना करते हैं।
नरक चतुर्दशी शुभ मुहर्त
- सुबह: 9 बजकर 32 मिनट से 11 बजकर 45 मिनट तक.
- दोपहर: 12 बजकर 05 मिनट से 1 बजकर 22 मिनट तक.
- शाम: 5 बजकर 40 मिनट से 7 बजकर 05 मिनट तक.
नरक चतुर्दशी पूजन-विधि
- इस दिन सुबह उठकर सबसे पहले नहा धोकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें और संभव हो तो तिल का तेल लगाने के बाद नहाएं.
- इस दिन शरीर पर चंदन का लेप लगाकर नहाने और भगवान कृष्ण की उपासना करने का भी विधान है.
- शाम के समय घर की दहलीज पर दीप जलाएं और यम देव की पूजा करें.
- नरक चौदस के दिन भगवान हनुमान की पूजा भी की जाती है.
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