आज कल देखा जाता है कि अक्सर लोग अपना समय ईयरफ़ोन से गाने सुन कर व्यतीत करते है। कहा जाता है कि म्यूजिक सुना जाये तो उससे व्यक्त चिंतामुक्त हो जाता है। इसी ट्रेंड को फॉलो बहुत से लोग करते है। और ऐसे में पता नहीं कितने घंटे लोग ईयरफोन पर गाने सुनने में लोग व्यतीत कर देते है। गाने सुन्ना अच्छी बात होती है। इसमें कोई भी बुराई नहीं है। लेकिन अगर कोई काम ज्यादा होता है तो खतरे को बुलावा देता है।
सूत्रों के मुताबिक पता लगा है कि ईयरफोन का प्रयोग सुनने की क्षमता को प्रभावित करता है। आज के इस लेख में हम आपको बतायेगे कि ईयरफोन के प्रयोग से कौनसे नकारात्मक प्रभाव होते है और इनसे कैसे बचा जा सकता है।कल वर्ल्ड हियरिंग डे था। और उसकी थीम रखी गयी थी चेक योर हियरिंग। सूत्रों के मुताबिक पता लगा है कि विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार पूरी दुनिया में कम से कम 466 मिलियन लोग ऐसे है जिन्होंने सुनने की क्षमता खो दी है।
कहा जा रहा है कि आगे जाकर भविष्य में यह आकड़ा 630 मिलियन के पार भी जा सकता है। ऐसी कई समस्याए है जिसकी वजह ईयरफोन की तरफ बढ़ता झुकाव है।
इस बात का पता एक रिपोर्ट के जरिये लगा है कि भारत में काफी लोगो को सुनने की दिक्कत होती है। लेकिन डॉक्टर्स की सलाह माने तो इस समस्या को ठीक किया जा सकता है। आज कल ऐसे कई टेस्ट उपलब्ध है जिसमे बिना दर्द के कानो का टेस्ट करके बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
ईयरफोन से होने वाली बीमारियां:-
एयर पैसेज बंद हो सकता है
आज कल देखा जा रहा है कि इयरफोन में भी बहुत सारी टेक्नोलॉजी आ गयी है। इस टेक्नोलॉजी के चलते आप बहुत बढ़िया आवाज़ में सब कुछ सुन सकते है। लेकिन कहा जाता है कि इन इयरफोन को एक दम एयर कैनाल के पास में लगाना पड़ता है जिसके चलते हवा का प्रवाह कानो में रुक जाता है। इसकी वजह से कान में इन्फेक्शन हो सकता है।
कानो का सुन्न हो जाना
ऐसे कई लोग है जो कि कई घंटो तक इयरफोन का प्रयोग करते है। इस बात का अनुभव बहुत से लोगो ने अपनी दिनचर्या में किया भी होगा। काफी देर तक इयरफोन लगाने के बाद जब हटाते है तब इयरफोन निकालते ही कान सुन्न हो जाते है। इसके बाद में थोड़ी देर तक कुछ साफ़ सुनाई देता नहीं है। शुरूआती दिनों में यह समस्या छोटी लगती है। लेकिन लम्बे समय में इससे कानो की सुनने की क्षमता हमेशा के लिए प्रभावित हो जाती है।
ईयरफोन से दिमाग पर नकारात्मक असर
अगर आप भी उन लोगो में से है जो कि जरुरत से ज्यादा ईयरफोन का इस्तेमाल करते है तो आपको बता दे कि इससे दिमाग पर नकारात्मक असर पड़ता है। एक रिपोर्ट के जरिये इस बात की पुष्टि हुई है कि ईयरफोन से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक नाम की वेव्स निकलती है। जो की लम्बे समय के लिए दिमाग की फक्शनिंग पर ज्यादा असर डालती है। इस बात से सब वाकिफ है कि हमारे कान का अंदरूनी हिस्सा दिमाग से जुड़ा होता है। तो यही वजह है कि जब भी काम में कोई समस्या होती है तो इसका सीधा प्रभाव दिमाग पर पड़ता है।
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