आज हम बात करने जा रहे है ऐसे शख्स की जिसने नौकरी छोड़ कर दुनिया के सबसे अमीर आदमी में अपनी जगह बनाई है वो इंसान है जेफ बेजोस। दुनिया में अब तक के सबसे अमीर रहे बिल गेट्स को जेफ बेजोस ने पीछे छोड़ दिया है। जिसकी दौलत दुनिया में जनसंख्या की रफ्तार से भी तेज़ बढ़ रही है।
रिटेल मार्केट के बादशाह और एमेजॉन के मालिक है जेफ बेजोस। ये दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने वाले 7वें व्यक्ति हैं। लगभग 20 साल पहले वो अरबपतियों की इस सूची में शामिल हुए थे। लेकिन अब ये बिल गेट्स और वॉरन बफेट के बाद तीसरे अमेरिकी है, जिनकी गिनती विश्व के अमीरो में होती है।
हैरान करने वाली बात यह है की बेजोस ने बिल गेट्स को पीछे छोड़ दिया। फोर्ब्स मैग्जीन की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के बंद होते समय बिल गेट्स 90 बिलियन डॉलर के साथ अमीरों की सूची में पहले नंबर पर थे, वही बेजोस 89 बिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर थे। लेकिन एक दिन के फेर ने या यू कहो की किस्मत के फेर ने गुरुवार को अमेजन के शेयरों में बढ़ोत्तरी ने बेजोस को 90 अरब डॉलर के साथ इस सूची में ऊपर धकेल दिया।
अमेजन के स्टॉक में लगभग 15 डॉलर प्रति शेयर की बढ़ोतरी हुई जबकि माइक्रोसॉफ्ट के स्टॉक में थोड़ी गिरावट आई। इसके चलते बेजोस दुनिया के सबसे आमिर आदमी में बन गए।
कहते है पूत के पाँव पलने में दिख जाते है – वैसे ही बेजोस की कहानी है जी हाँ ; बेजोस के दादा-परदादा अमेरिका के शहर टेक्सस में रहते थे और एक एनिमल फ़ार्म चलाते थे। बेजोस के नाना नौकरी करते थे, लेकिन नौकरी में मन नहीं लगने के कारण वो भी अपने एनिमल फ़ार्म में काम करने लगे। बचपन में हम लोग की तरह बेजोस भी गर्मी की छुट्टी बिताने नाना के यहां चले जाते थे। छोटा बेजोस भी काम में अपने नाना का हाथ बंटाता था। बचपन से ही बेजोस को मशीनों से लगाव था। मशीनों से इतना लगाव था की जब वो बच्चे थे तो ख़ुद ही पेचकस से अपना पालना खोल दिया।
बेजोस की सफलता का रास्ता
जेफ बेजोस आज दुनिया के सबसे अमीर आदमी में गिने जाते है लेकिन इस सफलता के पीछे उनके कई प्रयत्न और संघर्ष रहा है।
जेफ बेजोस की कहानी हर उस आम आदमी की तरह है, जो जीवन में तरक्की के सपने बुनता है। बेजोस की बायॉग्राफी लिखने वाले ब्रैड स्टोन की मानें तो बचपन में उन्हें जिन दुखों का सामना करना पड़ा, उनसे ही उन्हें इतनी मजबूती मिली कि वह इस मुकाम पह पहुंच सके।
प्रिंसटन विश्वविद्यालय से 1986 में स्नातक होने के बाद बेजोस ने वाल स्ट्रीट में कंप्यूटर के क्षेत्र में काम किया। फिर उन्होंने फिटेल नामक कंपनी के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए एक नेटवर्क बनाने का कार्य किया। फिटेल कंपनी के बाद बेजोस ने बैंकर्स ट्रस्ट के लिए वाइस प्रेसिडेंट के रूप में काम किया। बेजोस ने सफलता की ऊचाई को छूने के लिए कई कंपनियों में काम किया और हर जगह काबिलियत के झंडे गाड़े।
बेजोन से एमेजॉन बनने की कहानी
बेजोस 1994 में घूमने निकले और न्यूयॉर्क से लेकर सिएटल तक पूरे देश में घूमे। घूमते समय ही उन्होंने अमेजन का पूरा प्लान बना लिया। बेजोस पहले तो एमेजॉन का नाम केडेब्रा डॉटकॉम चाहते थे, लेकिन तीन महीने बाद उन्होंने इसका नाम बदलकर अमेज़न डॉट कॉम कर दिया। एमेजॉन नाम रखने के पीछे का कारण। एमेजॉन संसार की सबसे बड़ी नदी है , और बेजोन वर्ल्ड बिग्गेस्त ऑनलाइन बुकसेलर बनना चाहते थे। पहले तो उनकी वेबसाइट ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में शुरू हुई, लेकिन बाद में यहाँ डीवीडी, सॉफ्टवेर, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपडे इत्यादि भी बिकने लगे। अमेज़न कम्पनी गेरेज में शुरू हुई थी और वह भी केवल तीन कंप्यूटर से। ऑनलाइन बिक्री का सॉफ्टवेयर खुद बेजोस ने बनाया था। एमेजॉन का पहला इन्वेस्टमेंट तीन लाख डॉलर उनके माता-पिता ने किया था । अमेज़न के 6 प्रतिशत शेयर्स के मालिक होने के कारन सन 2000 में माता-पिता अरबपति बन गये। ऐमज़ॉन.कॉम की स्थापना कर उन्होंने लोगों की खरीदारी का तरीका ही बदल दिया। एमेजॉन से खरीने पर आपको कही आने जाने की जरूरत नहीं है बस बुक करवाए और और सामान आपके दरवाजे पर हाजिर, वह भी बाजार से सस्ती कीमत पर।
जेफ बेजोस जैसी शख़्सियत हमें सिखाती है कि हम कहीं से भी शुरुआत कर सकते हैं। किसी काम के लिए कोई समय नहीं होता बस लग्न होनी चाहिए । जेफ में नीयत थी तो उन्होंने कभी पढ़ाई बदल ली, कभी नौकरी छोड़ दी, कभी घूमने निकल लिए, घूमते-घूमते नए कारोबार की नींव रख दी। और उनके ऐसा कारोबार की नींव रखी जिसने आज उन्हें दुनिया का सबसे अमीर आदमी बना दिया। बेजोन भी हमारी ही तरह एक आम आदमी था लेकिन उनके पक्के इरादे और लग्न ने आज इस मुकाम पर पहुंचा दिया है। बेजोन अपने जीवन में एक संदेश की तरह है। ज़िंदगी मिली है, तो जो करना है कर डालो। बस इरादे पक्के होने चाहिए।
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