Ayurvedic Nuskhe

जाने निम्बू के अनेक फ़ायदे

जैसा की हम सब जानते है निम्बू बहुत ही फायदेमंद फल है। निम्बू एक ऐसा फल है जिसका प्रयोग हर मौसम में किया जाता है। निम्बू का विशेष प्रयोग हमारे शरीर से एकत्रित कीटाणुओं को बाहर निकालता है।अगर हम एक सेब का सेवन करने से डॉक्टर्स से बचे रह सकते है। उसी प्रकार अगर हम निम्बू का रस रोजाना ले तो भी हम डॉक्टर्स से दूर सकते है। निम्बू के सेवन की अलग अलग विधि है और अलग अलग फायदे भी है।

निम्बू के रस का सेवन करने की असरदार विधि-

  1. अगर आप कमजोर महसूस कर रहे है तो एक गिलास पानी उबाल कर उसमे एक निम्बू निचोड़ कर पीने से आपको अंग अंग में नयी शक्ति और ताजगी का अनुभव होगा। इसका सेवन करने से आपकी नेत्र ज्योति तेज होगी साथ ही मानसिक दुर्बलता, सिरदर्द, पुट्ठों में झटके लगने बंद हो जाते है। इस पेय के सेवन से आपको अधिक काम से भी थकावट नहीं महसूस होगी। अगर आप निम्बू पानी बिना चीनी और नमक के पी रहे है तो उसे छोटे छोटे घुटो में पीजिये। अगर आप फीका सेवन नहीं कर सकते तो उसमे दो चम्मच शहद मिला सकते है।
  2. दी गई चार सामग्रियों को रात को आधा किलो पानी में कांच के बर्तन में भिगो दे।
  • 40 ग्राम किशमिश
  • 6 मुनक्के
  • 6 बादाम
  • 8 पिस्ता

सुबह उठ कर इन सभी सामग्री को पीस कर छान कर एक चम्मच शहद मिला कर उसमे एक निम्बू निचोड़ कर भूखे पेट पिए। इसके सेवन से आपकी मानसिक एवं शारीरिक कमजोरी और थकान दोनों दूर होगी। यह सेवन इन्द्रियों की शक्ति के लिए काफी  लाभदायक है।

  1. एक कांच के गिलास में तीन गुना अजवाइन भर दे। फिर इसमें निम्बू का रास भर कर धुप में रख दे। जब निम्बू का रस सुख जाये तो इसमें दुबारा निम्बू का रस भर कर धुप में ही पड़ा रहने दे। इस प्रकार सात बार निम्बू का रस डालकर अजवाइन सुखाएं। जब यह प्रक्रिया हो जाये तो सुखाई गई अजवाइन को कांच की बोतल में भर दे। उसके बाद प्रतिदिन चौथाई चम्मच की  पानी के साथ फाकी ले। इसकी फाकी लेने से शरीर में बल बढ़ता है तथा योन शक्ति बढ़ती है। जब आप इस उपाय का सेवन करो तब घी, दूध का  भी सेवन भी साथ में करते रहना चाहिए।

यह भी पढ़िए- 

जानिये सर्वाइकल जैसे भयंकर दर्द का इलाज

Related posts

अब सर्दी में खासी को कहे अलविदा

roundbubble

आखिर क्यों मोज़े में निम्बू रखते है?

roundbubble

अब पाए अंडरआर्म्स के कालेपन से छुटकारा

roundbubble

8 comments

Comments are closed.